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Mahatma Gandhi, An Autobiography (Hindi)

Hardcopy available

लेखक के बारे में

Mohandas Karamchand Gandhi, or the Mahatama, was the leader of the Indian National Movement. He fought the colonial regime with his philosophy of Satyagraha and Ahimsa. His birthday, October 2nd, is celebrated as the International Day of Non-violence.

गांधीजी की माँ का प्रभाव कहना गलत नहीं होगा कि अगर महात्मा गांधी के व्यक्तित्व की नींव में किसी का सबसे अधिक योगदान था, तो वह उनकी माँ पुतलीबाई थीं। वह एक ऐसी महिला थीं जिनकी दृढ़ता, निष्ठा और धार्मिकता ने मोहनदास को भीतर से गढ़ा। माँ की ममता और त्याग की कहानियाँ उनके बचपन का अभिन्न हिस्सा थीं। पुतलीबाई अक्सर कठिन उपवास करती थीं और अपने बच्चों को भी सिखाती थीं कि आत्मसंयम और सादगी जीवन के असली आभूषण हैं। जब भी वे उपवास करतीं, मोहनदास उनके पास बैठे रहते, माँ को देख कर उनके मन में यह बात गहराई से बैठ गई कि संयम और त्याग से ही जीवन की सच्ची दिशा मिलती है।


डरपोक बच्चा लेकिन सच्चा

बचपन में मोहनदास बहुत ही साधारण और कभी-कभी डरपोक स्वभाव के थे। उन्हें अंधेरे से डर लगता था, और वे झूठ बोलने से बहुत घबराते थे। लेकिन एक घटना ने उनके जीवन का रुख बदल दिया। एक बार उन्होंने चोरी की, और यह अपराध उन्हें भीतर से तोड़ने लगा। अपराधबोध से भरकर उन्होंने अपनी माँ को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और माफी माँगी। उनकी माँ ने बिना कोई सजा दिए उन्हें माफ कर दिया, और यह अहसास मोहनदास के दिल में हमेशा के लिए बैठ गया – सत्य ही सर्वोच्च है


 

कच्ची उम्र में शादी और भीतर का द्वंद्व

महात्मा गांधी का बचपन अन्य बच्चों की तरह ही खुशियों और उलझनों से भरा था, लेकिन उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उनकी शादी 13 साल की उम्र में कस्तूरबा से हो गई। इतनी कम उम्र में विवाह बंधन में बंधना उनके लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण था। उस समय वे अपने भावों को सही तरह से व्यक्त भी नहीं कर पाते थे। विवाह के बाद, उन्होंने अपने जीवन में एक अजीब से खालीपन को महसूस किया, जिसे वे समझ नहीं पा रहे थे। वे कस्तूरबा से बेहद प्यार करते थे, लेकिन इस बंधन ने उन्हें आत्मसंघर्ष की राह पर ला दिया। वे अक्सर अपने अधिकारों को लेकर कठोर हो जाते, लेकिन समय के साथ उन्होंने समझा कि प्रेम और साझेदारी का असली मतलब क्या होता है।


प्रोडक्ट का विवरण

  • प्रकाशक ‏ : ‎ Fingerprint! Publishing (6 अगस्त 2020); Prakash Books India Pvt Ltd, 113A, Ansari Road, Daryaganj, New Delhi-110002, +9111-23265358
  • भाषा ‏ : ‎ हिंदी
  • पेपरबैक ‏ : ‎ 476 पेज
  • ISBN-10 ‏ : ‎ 9390183502
  • ISBN-13 ‏ : ‎ 978-9390183500
  • पढ़ने की उम्र ‏ : ‎ ग्राहक द्वारा सुझावित आयु: 15 वर्ष और उससे अधिक
  • आइटम का वज़न ‏ : ‎ 500 g
  • आकार ‏ : ‎ 19.61 x 2.79 x 12.6 cm
  • कंट्री ऑफ़ ओरिजिन ‏ : ‎ भारत
  • कुल मात्रा ‏ : ‎ 1 count
  • आयातकर्ता ‏ : ‎ Prakash Books India Pvt Ltd
  • पैक करने वाले ‏ : ‎ Prakash Books India Pvt Ltd
  • सामान्य नाम ‏ : ‎ Books, Classics

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