Biography of Lal Bahadur
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शास्त्री जी जब स्कूल जाते थे, तो कई बार पैदल ही लंबा सफर तय करते थे, क्योंकि उनके पास परिवहन का साधन नहीं था। उनकी सादगी और आत्मनिर्भरता का यह पहलू उनके पूरे जीवन में देखने को मिला। एक घटना विशेष रूप से उल्लेखनीय है: एक बार जब वे गंगा नदी पार करके स्कूल जाने लगे, तो उन्हें नाव का किराया देने के पैसे नहीं थे। उन्होंने इसे अपने संघर्ष का हिस्सा मानते हुए तैरकर नदी पार करना शुरू कर दिया। यह घटना उनके संकल्प और आत्मनिर्भरता की गहराई को दर्शाती है।
लाल बहादुर का दिल बचपन से ही दूसरों के दर्द को महसूस करता था। एक बार की बात है, जब वे अपने दोस्तों के साथ खेल रहे थे, तो उन्होंने देखा कि एक गरीब व्यक्ति अपने बच्चों को भोजन नहीं दे पा रहा था। उस समय शास्त्री जी ने अपने दोस्तों से कहा, “हमारे पास जो भी है, हमें उसे दूसरों के साथ साझा करना चाहिए।” उनकी इस छोटी सी उम्र में ही ऐसी करुणा और संवेदनशीलता ने यह संकेत दे दिया था कि वे भविष्य में एक बड़े नेता बनेंगे।
प्रोडक्ट का विवरण
- प्रकाशक : Ramesh Publishing House; 2021 संस्करण (1 मार्च 2020)
- भाषा : हिंदी
- पेपरबैक : 56 पेज
- ISBN-10 : 9386845539
- ISBN-13 : 978-9386845535
- आइटम का वज़न : 1 kg
- आकार : 20.3 x 25.4 x 4.7 cm
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